आज 12 अगस्त 2025, मंगलवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। मंगलवार को हनुमान जी की पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है, और आज कजरी तीज तथा संकष्टी चतुर्थी जैसे शुभ पर्व भी पड़ रहे हैं। ऐसे दिनों में व्रत, पूजा और दान करने से सौभाग्य, आरोग्य और संकटों से मुक्ति मिलती है।
पंचांग हमें दिनभर के शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, राहुकाल और चौघड़िया की जानकारी देता है, जिससे हम अपने कार्यों की योजना सही तरीके से बना सकें। आज के पंचांग में आपको सूर्योदय-सूर्यास्त का समय, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, शुभ व अशुभ मुहूर्त, राहुकाल और दिन-रात का चौघड़िया क्रम मिलेगा। इसके साथ ही व्रत-त्योहार और आज के विशेष उपाय भी शामिल हैं, जो आपके दिन को और मंगलमय बनाएंगे। सही समय का चयन करके किए गए कार्य निश्चित रूप से शुभ फल प्रदान करते हैं।
तिथि, पक्ष और माह
- हिन्दू माह – भाद्रपद मास, कृष्ण पक्ष
- तिथि – तृतीया (शाम तक), उसके बाद चतुर्थी आरंभ
- व्रत/त्योहार – कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी, मंगलवार व्रत
नक्षत्र व योग
- नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद (सुबह तक), फिर उत्तरभाद्रपद
- योग – सुकर्मा (शाम तक) – शुभ कार्यों के लिए अनुकूल
- करण – विष्टि (सुबह तक), फिर बव
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय – सुबह 05:49 बजे
- सूर्यास्त – शाम 07:03 बजे
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त – 11:59 AM से 12:52 PM तक
- विजय मुहूर्त – 2:38 PM से 3:31 PM तक
- सर्वार्थ सिद्धि योग – दोपहर से अगले दिन सुबह तक
अशुभ काल
- राहुकाल – 3:45 PM से 5:24 PM तक
- यमगण्ड – 9:07 AM से 10:47 AM तक
- गुलिक काल – 12:26 PM से 2:05 PM तक
- वर्ज्य काल – 8:56 PM से 10:26 PM तक
- दिशा शूल – उत्तर दिशा में यात्रा से बचें
आज के उपाय
- मंगलवार को हनुमान जी को लाल फूल, सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें
- कजरी तीज पर महिलाएं झूला झूलने, मेंहदी और गीत-संगीत का आयोजन करती हैं
- संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी को दूर्वा, मोदक और लड्डू अर्पित करें
- गरीबों को मसूर की दाल, गुड़ या लाल वस्त्र का दान शुभ फल देगा
दिन का चौघड़िया (सूर्योदय से):
- लाभ (06:03–07:40), अमृत (07:40–09:18), काल (09:18–10:55), शुभ (10:55–12:32), रोग (12:32–02:10), उद्वेग, चर, लाभ (सूर्यास्त तक)
रात का चौघड़िया: शुभ, अमृत, चर, रोग, काल, लाभ और उद्वेग (स्थानीय क्रम अनुसार)
निष्कर्ष – सारांश
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष है क्योंकि मंगलवार के साथ कजरी तीज और संकष्टी चतुर्थी का योग बन रहा है। शुभ मुहूर्त में कार्य करना लाभदायक रहेगा, खासकर अभिजीत और विजय मुहूर्त में। राहुकाल और वर्ज्य काल में नए कार्यों की शुरुआत से बचें। पूजा-पाठ, व्रत और दान से दिन का महत्व और बढ़ जाएगा।