Today Panchang 11 August 2025

हिंदू पंचांग के अनुसार आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि का प्रारंभ हो चुका है, और यह समय आत्मविश्लेषण एवं सुख-संपत्ति के लाभ के लिए खास माना जाता है। आज के दिन शतभिषा नक्षत्र और अतिगण्ड योग का संयोग बन रहा है, जो मानसिक संतुलन तथा स्वास्थ्य के लिए शुभ है। चंद्रमा कुंभ राशि में संचार कर रहा है, जिससे विचारों में मौलिकता और नवाचार की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
यदि आप आज किसी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं, तो शुभ मुहूर्त को जरूर देखें और राहुकाल जैसे अशुभ समय से बचें। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, भारतीय संस्कृति में पंचांग का गहरा महत्व है। यह न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए मार्गदर्शक है, बल्कि जीवन और दिनचर्या को भी निर्धारित करता है।
पंचांग के प्रमुख तत्त्व
सोमवार, 11 अगस्त 2025 है।
- तिथि: भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया (सुबह 10:32 तक), इसके बाद तृतीया प्रारंभ हो जाएगी।
- नक्षत्र: शतभिषा (दोपहर 13:01 तक), फिर पूर्वाभाद्रपद।
- योग: अतिगण्ड (रात 21:29 तक)।
- करण: गारा (सुबह 10:32 तक), फिर वणिजा (रात 21:37 तक)।
सूर्योदय एवं सूर्यास्त
- सूर्योदय: 05:52 बजे
- सूर्यास्त: 19:04 बजे
चंद्रमा आज कुंभ राशि में है। पक्ष: कृष्ण पक्ष।
शुभ मुहूर्त: अभिजीत 11:59 – 12:52 बजे।
राहुकाल: 07:28 – 09:08 बजे।
गुलिक काल: 13:30 – 15:43 बजे।
यमगण्ड: 10:47 – 12:26 बजे।
शुभ और अशुभ योग
- आज पंचक पूरे दिन है, जिससे संपत्ति-निवेश, नया घर, वाहन खरीद, यात्रा आदि टालने की सलाह दी जाती है।
- भगवान शिव को पांच बेलपत्र शहद के साथ अर्पित करने का उपाय आज विशेष फलदायी है।
- दिशा शूल आज पूर्व दिशा में है, अतः लंबी यात्रा से बचना उचित होगा।
चौघड़िया समय
चौघड़िया समय एक प्राचीन हिन्दू काल गणना पद्धति है, जो दिन और रात के 8 भागों में शुभ-अशुभ समय का विभाजन करती है। आज के दिन के लिए चौघड़िया इस प्रकार हैं (भारतीय मानक समय अनुसार):
क्रमांक | चौघड़िया का नाम | समय अवधि | शुभ/अशुभ |
---|---|---|---|
1 | अमृत | 06:00 – 07:30 | शुभ |
2 | शोभ | 07:30 – 09:00 | शुभ |
3 | रज | 09:00 – 10:30 | अशुभ |
4 | यात्रा | 10:30 – 12:00 | शुभ |
5 | उस्फुट | 12:00 – 13:30 | अशुभ |
6 | लाभ | 13:30 – 15:00 | शुभ |
7 | सिद्धि | 15:00 – 16:30 | शुभ |
8 | व Yor (विपरीत) | 16:30 – 18:00 | अशुभ |
रात का चौघड़िया भी इसी प्रकार 18:00 से 06:00 बजे तक 8 भागों में विभाजित होता है, जिससे शुभ-अशुभ समय की पहचान की जाती है।
इस सारांश और चौघड़िया समय को ध्यान में रखते हुए आप अपने दैनिक कार्य, पूजा, यात्रा और शुभ-अशुभ कार्यों की योजना बना सकते हैं।
पंचांग का महत्व
पंचांग में दर्ज तिथि, नक्षत्र, योग, करण, पक्ष व शुभ-अशुभ मुहूर्त धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। इससे हमें यह पता चलता है कि आज कौन सा कार्य शुभ रहेगा, किन समयों पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पंचांक का सही ज्ञान हर व्यक्ति के लिए लाभकारी है—चाहे धार्मिक हो या सामान्य जीवन के फैसले हों।
सारांश
आज का दिन भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होकर तृतीया में परिवर्तित होगा। सोमवार होने के कारण हनुमान जी और मंगल ग्रह की पूजा का विशेष महत्व है। नक्षत्र शतभिषा दोपहर तक रहेगा और योग अतिगण्ड है, जो नियमित क्रियाकलापों में सावधानी आवश्यक कर सकता है। पंचक काल पूरे दिन बना रहेगा, इसलिए कुछ बड़े कार्य टालने की सलाह है। चंद्रमा कुंभ राशि में है, जो विचारों में नवीनता और स्वाधीनता लाता है।
सूर्योदय 05:52 बजे और सूर्यास्त 19:04 बजे होगा। राहुकाल, गुलिक काल, और यमगण्ड के अशुभ समय ध्यान में रखना जरूरी है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:59 से 12:52 तक है, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। दिशा शूल पूर्व दिशा में है, अतः आज लंबी यात्रा से बचना बेहतर होगा।
आज का पंचांग समाप्त