श्री राम शलाका प्रश्नावली रामचरितमानस पर आधारित एक ऐसी पवित्र विधि है, जो भगवान राम की कृपा से भक्तों को मार्गदर्शन देती है। यह प्रश्नावली हमें रामचरितमानस की चौपाइयों के माध्यम से जवाब देती है, जो जीवन के हर सवाल का समाधान देती हैं। इनमें से कुछ चौपाइयां इतनी शक्तिशाली हैं कि वे न केवल मार्गदर्शन देती हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाती हैं। आइए, राम शलाका की 5 सबसे शक्तिशाली चौपाइयों और उनके अर्थ को समझें।

- सुनु सिय सत्य असीस हमारी
यह चौपाई रामचरितमानस के बालकांड से ली गई है। इसका पूरा रूप है: “सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।” इसका अर्थ है कि सीता जी को आशीर्वाद मिल रहा है कि उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। राम शलाका में यह चौपाई तब मिलती है, जब आपका सवाल किसी इच्छा या सफलता से जुड़ा होता है। यह संकेत देती है कि आपकी मेहनत रंग लाएगी और भगवान राम की कृपा से आपकी मनोकामना पूरी होगी। यह चौपाई सकारात्मकता और विश्वास की प्रतीक है।
- मंगल भवन अमंगल हारी
यह चौपाई भी रामचरितमानस से ली गई है और बहुत शक्तिशाली मानी जाती है: “मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदासरि जनक दुलारी।” इसका अर्थ है कि भगवान राम मंगल करने वाले और अमंगल को हरने वाले हैं। यह चौपाई राम शलाका में तब प्रकट होती है, जब कोई भक्त कठिनाई या संकट से गुजर रहा होता है। यह संदेश देती है कि भगवान राम आपकी रक्षा करेंगे और सभी बाधाओं को दूर करेंगे। यह चौपाई भक्तों को धैर्य और विश्वास रखने की प्रेरणा देती है। - राम लखन सीता मन बसिया
यह चौपाई अयोध्याकांड से है: “राम लखन सीता मन बसिया। सुख संपति नाना बिधि पसिया।” इसका अर्थ है कि भगवान राम, लक्ष्मण, और सीता जी आपके मन में बस गए हैं, और इसके साथ ही सुख और संपत्ति आपके पास आएगी। राम शलाका में यह चौपाई तब मिलती है, जब सवाल सुख, समृद्धि, या पारिवारिक शांति से जुड़ा होता है। यह संकेत देती है कि आपका जीवन सुखमय होगा और परिवार में प्रेम बना रहेगा। यह चौपाई आंतरिक शांति और भक्ति की भावना को बढ़ाती है। - काज किये बिनु कारण दीनहि
यह चौपाई सुंदरकांड से है: “काज किये बिनु कारण दीनहि। रघुपति सुजस सदा उर कीन्हहि।” इसका अर्थ है कि भगवान राम बिना किसी स्वार्थ के अपने भक्तों का कल्याण करते हैं और उनका यश हमेशा भक्तों के हृदय में रहता है। राम शलाका में यह चौपाई तब मिलती है, जब आप किसी अनजान डर या अनिश्चितता से जूझ रहे होते हैं। यह संदेश देती है कि भगवान राम बिना किसी कारण के भी आपकी मदद करेंगे। यह चौपाई भक्तों को निःस्वार्थ भक्ति की प्रेरणा देती है। - रामचन्द्र गुन गावहु भाई
यह चौपाई लंकाकांड से है: “रामचन्द्र गुन गावहु भाई। सुख सागर सुरति करहु माई।” इसका अर्थ है कि भगवान राम के गुणों का गान करो, क्योंकि वे सुख के सागर हैं और उनकी स्मृति से मन को शांति मिलती है। राम शलाका में यह चौपाई तब मिलती है, जब आप मानसिक अशांति या तनाव से गुजर रहे होते हैं। यह संदेश देती है कि भगवान राम की भक्ति और उनके गुणों का स्मरण आपके मन को शांत करेगा। यह चौपाई भक्तों को भगवान की भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देती है।
ये पांचों चौपाइयां राम शलाका प्रश्नावली की शक्ति को दर्शाती हैं। हर चौपाई अपने आप में एक संदेश है, जो भक्तों को जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में मार्गदर्शन देता है। चाहे वह सफलता की कामना हो, संकट से मुक्ति हो, या मानसिक शांति की खोज, ये चौपाइयां हर स्थिति में भगवान राम की कृपा का आभास कराती हैं। राम शलाका का उपयोग करते समय इन चौपाइयों को समझना और इनके अर्थ को अपने जीवन में लागू करना महत्वपूर्ण है।
राम शलाका की ये चौपाइयां न केवल आध्यात्मिक शक्ति देती हैं, बल्कि भक्तों को भगवान राम के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करने की प्रेरणा भी देती हैं। इन चौपाइयों का नियमित पाठ और स्मरण आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
राम शलाका की ओर से सभी भक्तों को शुभकामनाएं। श्री राम शलाका प्रश्नावली से अपने जीवन को सही दिशा दें।