You are currently viewing Sawan 2025: में भगवान शिव के इन 108 नाम का जपने से मिलेगा मनवांछित फल

Sawan 2025: में भगवान शिव के इन 108 नाम का जपने से मिलेगा मनवांछित फल

भगवान शिव — एक ऐसा नाम जो सृष्टि के आरंभ से लेकर प्रलय तक का साक्षी है। उन्हें केवल एक देवता नहीं, बल्कि समस्त ब्रह्मांड की ऊर्जा, शून्यता और चेतना का स्वरूप माना गया है। वे तीनों गुणों (सत्व, रज, तम) से परे हैं, फिर भी हर रूप में समाहित हैं।

शिव केवल संहारक नहीं, वे संरक्षक भी हैं, सृजनकर्ता भी हैं, और त्याग की पराकाष्ठा भी।
उनका रूप एक तपस्वी का है — सिर पर जटा में गंगा, गले में सर्प, शरीर पर भस्म और नेत्रों में अग्नि की झलक।
इतना गूढ़ व्यक्तित्व एक ही नाम से कैसे व्यक्त किया जा सकता है?

यही कारण है कि उन्हें 108 नामों से पुकारा जाता है।
प्रत्येक नाम उनके एक विशिष्ट रूप, गुण, कार्य या रहस्य का प्रतिनिधित्व करता है।
कभी वे “नीलकंठ” हैं – विष पीकर सृष्टि को बचाने वाले,
तो कभी “भूतनाथ” – सभी प्राणियों के स्वामी।
कभी वे “चंद्रशेखर” हैं – जिनके मस्तक पर चंद्र सुशोभित है,
और कभी “महाकाल” – जो समय के पार हैं।

शिव के ये 108 नाम केवल जप या पाठ के लिए नहीं, बल्कि आत्मा को ऊर्जावान करने वाले बीज-मंत्र हैं।
जब आप इन नामों का उच्चारण करते हैं, तो आप शिव के विभिन्न आयामों से जुड़ते हैं —
करुणा से लेकर न्याय तक, तांडव से लेकर ध्यान तक।

हम आपको भगवान शिव के उन 108 नामों की सूची देंगे, जिनके साथ होगा उनका गूढ़ और सरल अर्थ, ताकि आप ना केवल उन्हें जप सकें, बल्कि महसूस भी कर सकें।

डिस्क्लेमर (Disclaimer):

यह संपूर्ण नामावली प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों, पुराणों, और श्रद्धालुओं की मान्यताओं पर आधारित है।
इसका उद्देश्य केवल आध्यात्मिक जानकारी प्रदान करना और भक्ति भावना को प्रेरित करना है।

इस सूची में दिए गए नामों और अर्थों को श्रद्धा, आस्था और सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार प्रस्तुत किया गया है।
यह लेख किसी धार्मिक संस्था की आधिकारिक मान्यता या प्रमाणपत्र नहीं है।

कृपया किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या नियम का पालन स्वविवेक या ज्ञानी पंडित/गुरु की सलाह से करें।

Leave a Reply