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Diwali 2025: पर क्या करें और क्या न करें – ज्योतिषीय दृष्टि से जाने खास बातें

दीपावली, यानी रोशनी का पर्व, सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा, धन, सुख और सौभाग्य का प्रतीक है। यह दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का सबसे शुभ अवसर माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, दीपावली की अमावस्या की रात वह समय होती है जब पृथ्वी और ग्रहों की ऊर्जा संतुलन की अवस्था में होती है। ऐसे में किए गए शुभ कार्य, पूजन और दान के परिणाम कई गुना बढ़ जाते हैं।

कई बार हम दीपावली पर बिना सोचे-समझे कुछ ऐसे काम कर लेते हैं जो शुभ फल की जगह अशुभ परिणाम दे जाते हैं। इसलिए इस लेख में जानते हैं — दीपावली पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं, ज्योतिष के अनुसार।

Diwali 2025: दीपावली का ज्योतिषीय महत्व

दीपावली कार्तिक अमावस्या के दिन मनाई जाती है, जब सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा वृश्चिक राशि में होते हैं। यह स्थिति धन, सौभाग्य और अध्यात्म का अद्भुत संगम मानी जाती है।

ज्योतिष के अनुसार इस दिन शुक्र ग्रह (Venus), जो लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व करते हैं, और गुरु (Jupiter), जो ज्ञान और संपत्ति के दाता हैं, अपनी ऊर्जा पृथ्वी पर प्रेषित करते हैं।
यही कारण है कि इस दिन किया गया लक्ष्मी पूजन, दान-पुण्य, और सकारात्मक सोच व्यक्ति के जीवन में स्थायी समृद्धि लाती है।

दीपावली पर क्या करें

दीपावली के दिन किए जाने वाले शुभ कर्म न केवल धर्म के अनुसार अच्छे माने जाते हैं बल्कि ज्योतिष की दृष्टि से भी जीवन में शांति और सफलता लाते हैं।

सुबह जल्दी उठकर स्नान कर भगवान की आराधना करें। घर की साफ-सफाई करें और मुख्य द्वार पर रंगोली बनाकर दीप जलाएं। माना जाता है कि स्वच्छ घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है।

शाम के समय माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अवश्य करें। पूजन के दौरान 11 या 21 दीपक जलाना शुभ माना जाता है। घर के हर कोने में एक दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

लक्ष्मी जी को खील, बताशा, पान, सुपारी और गुलाब के फूल चढ़ाएं। पूजन के समय “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें।

रात के समय घर के मुख्य द्वार पर और तुलसी के पास दीपक जलाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और ग्रह दोष शांत होते हैं।

दीपावली पर क्या न करें

दीपावली के दिन कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये शुभ फल की जगह हानि दे सकते हैं।

सबसे पहले, इस दिन कर्ज देना या लेना वर्जित माना गया है। यह धन हानि और आर्थिक परेशानी का कारण बनता है।

दीपावली की शाम को सोना नहीं चाहिए क्योंकि यह माँ लक्ष्मी के आगमन के समय आलस्य और अशुभता का संकेत है।

किसी से झगड़ा, कटु वचन या अपमानजनक व्यवहार बिल्कुल नहीं करना चाहिए। यह आपके भाग्य और ग्रहों की शुभता को प्रभावित कर सकता है।

घर में झाड़ू या कचरा फेंकना भी वर्जित है। ज्योतिष के अनुसार इससे धन की हानि होती है और लक्ष्मी जी का वास नहीं होता।

अंत में, दीपावली के दिन नकारात्मक सोच, आलस्य, या असभ्य आचरण से दूर रहना चाहिए। इस दिन हर विचार और कर्म का सीधा असर आपकी किस्मत पर पड़ता है

दीपावली की रात के ज्योतिषीय उपाय

ज्योतिष में दीपावली की रात को सर्वश्रेष्ठ रात्रि कहा गया है क्योंकि इस रात मंत्र-साधना, तंत्र, और लक्ष्मी साधना अत्यंत प्रभावी होती है।

  • मध्यरात्रि में कुबेर-लक्ष्मी पूजा करें और चांदी के सिक्के या गोमती चक्र अपने तिजोरी में रखें।
  • तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाकर प्रार्थना करें।
  • दक्षिण दिशा में दीपक जलाना पितरों को समर्पित माना गया है, इससे पितृदोष समाप्त होता है।
  • कपूर (Camphor) जलाने से नकारात्मक ग्रहों की ऊर्जा दूर होती है।
  • घर के मंदिर में लाल या गुलाबी कपड़ा बिछाकर माँ लक्ष्मी की मूर्ति रखें और गुलाब अर्पित करें।

धन प्राप्ति के लिए शुभ योग

दीपावली के दिन यदि चौघड़िया मुहूर्त या अमृत काल में लक्ष्मी पूजन किया जाए तो धन प्राप्ति की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
शुभ रंग — गुलाबी, सुनहरा या लाल पहनना चाहिए क्योंकि ये शुक्र ग्रह से जुड़े हैं।
लक्ष्मी मंत्र के साथ-साथ “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये नमः” मंत्र का जाप भी अत्यंत फलदायी है।

निष्कर्ष

दीपावली का त्योहार केवल दीप जलाने या मिठाई बाँटने का नाम नहीं है, बल्कि यह अपने जीवन को प्रकाश और सकारात्मकता से भरने का प्रतीक है।
ज्योतिष के अनुसार यदि इस दिन हम सही कर्म करें, शुभ मंत्रों का जाप करें और दान-पुण्य करें, तो न केवल धन की प्राप्ति होती है बल्कि घर में सुख, सौभाग्य और शांति का वास भी होता है।

इस दीपावली, अपने घर और मन दोनों को रोशनी से भर दीजिए — क्योंकि जहाँ प्रकाश है, वहाँ लक्ष्मी का निवास है।

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