
हिंदू पंचांग के अनुसार आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। आज श्रावण पूर्णिमा है, जिसे रक्षाबंधन का पर्व भी कहा जाता है। इस दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेगा और दिन में श्रवण नक्षत्र तथा रात में धनिष्ठा नक्षत्र का योग बनेगा। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
तिथि और नक्षत्र
- तिथि: पूर्णिमा (श्रावण पूर्णिमा) — दोपहर 1:24 बजे तक
इसके बाद प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - नक्षत्र: श्रवण — दोपहर 2:23 बजे तक,
फिर धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ
योग और करण
- योग: सौभाग्य योग — पूरे दिन शुभ प्रभाव
- करण:
- बव — दोपहर 1:21 बजे तक
- बालव — उसके बाद
- कौलव — आगे
सूर्य, चंद्र और राशि
- सूर्योदय: सुबह 5:28 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:38 बजे
- चंद्र राशि: मकर (दोपहर तक), रात बाद कुंभ राशि
मुहूर्त (शुभ और अशुभ समय)
- शुभ मुहूर्त (अभिजीत): सुबह 11:37 बजे से 12:29 बजे तक
- अशुभ समय:
- गुलिक काल: सुबह 5:28 बजे से 7:07 बजे तक
- राहु काल: सुबह 8:46 बजे से 10:24 बजे तक
- यमगण्ड: दोपहर 1:42 बजे से 3:20 बजे तक
आज का महत्व
श्रावण पूर्णिमा का दिन भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान, व्रत, दान और मंत्र जाप का विशेष महत्व है। सौभाग्य योग और श्रवण नक्षत्र का संयोग इसे और अधिक शुभ बना रहा है।
निष्कर्ष (सारांश)
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है क्योंकि यह श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन का पर्व है। सौभाग्य योग और श्रवण नक्षत्र का संयोग इसे और भी पवित्र बनाता है। शुभ मुहूर्त का पालन कर किए गए कार्य निश्चित रूप से सफल होंगे, जबकि अशुभ समय (राहुकाल, यमगण्ड, गुलिक काल) में महत्वपूर्ण कार्य करने से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर
यह पंचांग वाराणसी के सूर्योदय-सूर्यास्त के समय के आधार पर तैयार किया गया है। आपके शहर के अनुसार समय में अंतर संभव है। धार्मिक अनुष्ठान या महत्वपूर्ण कार्य के लिए स्थानीय ज्योतिषाचार्य से परामर्श करना उचित रहेगा।