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Aaj ka Panchang 8 August 2025 (चतुर्दशी से पूर्णिमा व्रत – शुभ समय और व्रत महत्व)

श्रावण मास की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, जो शाम से पूर्णिमा में परिवर्तित होती है। यह दिन वरलक्ष्मी व्रत (सावन मास की अंतिम पूर्णिमा) के बाद आता है, जिससे दिन का आध्यात्मिक महत्व और बढ़ जाता है।

आज के पंचांग में दिनभर के तिथि, नक्षत्र, योग, करण, साथ ही राहुकाल और शुभ मुहूर्त का विवरण है। यदि आप पूजा, व्रत, चिंतन, दान या किसी धार्मिक कार्य की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपको सही दिशा दिखाएगी।

तिथि एवं संवत्सर:

  • चतुर्दशी तिथि दोपहर ~2:28 बजे तक, तत्पश्चात पूर्णिमा तिथि आरंभ होती है।
  • यह दिन सावन मास की पूर्णिमा व्रत (वरलक्ष्मी व्रत) के अगले दिन आता है।

सूर्योदय एवं सूर्यास्त:

  • सूर्योदय: लगभग 6:04 AM, सूर्यास्त: लगभग 7:00 PM

नक्षत्र, योग व करण:

  • नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा पूरब ~2:28 PM तक, फिर श्रवण
  • योग: आयुष्मान योग सुबह 5:38 AM से अगले दिन तक, फिर सौभाग्य योग आरंभ
  • करण: वणिजा चतुर्दशी तक, तत्पश्चात विष्टि करण और फिर भव

अशुभ समय:

  • राहुकाल: लगभग 10:46 AM – 12:21 PM
  • यमगण्ड: लगभग 3:32 PM – 5:07 PM
  • गुलिक काल: लगभग 7:36 AM – 9:11 AM
  • दुर्मूहूर्त: सुबह ~8:39–9:31 AM और दोपहर ~12:58–1:50 PM
  • वारज्य: शाम ~6:27–8:03 PM

शुभ समय:

  • अभिजीत मुहूर्त: लगभग 11:56 AM – 12:47 PM
  • अमृत काल: सुबह ~7:56–9:34 AM एवं दोपहर ~4:01–5:37 PM
  • ब्राह्म मुहूर्त: सुबह 4:28–5:16 AM
  • विशेष: आज वरलक्ष्मी व्रत का दिन है — जो विशेष पूजा, दान, और लक्ष्मी जी की आराधना के लिए उत्तम मानी जाती ह

निष्कर्ष & सारांश

8 अगस्त 2025, शुक्रवार का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह श्रावण मास की चतुर्दशी से पूर्णिमा की ओर परिवर्तन का समय है। यह दिन विशेष रूप से वरलक्ष्मी व्रत के उपरांत का समय है, जब लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त करने का योग बना रहता है।

आज के शुभ मुहूर्त, विशेष योग-नक्षत्र, राहुकाल, और अभिजीत मुहूर्त जैसे विवरण धार्मिक क्रियाओं की सफलता के लिए सहायक हो सकते हैं। पंचांग के अनुसार, आज का दिन पूजा-पाठ, व्रत, दान और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत शुभ है।

ध्यान रहे कि दिन में राहुकाल और अशुभ समय से बचकर कार्य करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप व्रत, संकल्प या कोई विशेष पूजा कर रहे हैं, तो पंचांग के अनुसार समय निर्धारण अवश्य करें।

आज का पंचांग समाप्त:

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