
क्या आप जानते हैं की भारत की संस्कृति और परंपरा में पंचांग का विशेष स्थान है। यह सिर्फ समय का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि एक ऐसा आध्यात्मिक और खगोलीय कैलेंडर है, जो हमारे दैनिक जीवन, व्रत-उपवास, त्योहारों और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ-अशुभ समय का मार्गदर्शन करता है।
आज का दिन विशेष है, क्योंकि 15 अगस्त 2025 को एक साथ दो महत्वपूर्ण अवसर पड़ रहे हैं
- देश का 79वां स्वतंत्रता दिवस
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व
इस दिन का महत्व धार्मिक और राष्ट्रीय — दोनों ही दृष्टियों से असाधारण है। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, ताकि आप अपने दिन की हर योजना सही समय पर कर सकें।
- देश का 79वां स्वतंत्रता दिवस
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व
इस दिन का महत्व धार्मिक और राष्ट्रीय — दोनों ही दृष्टियों से असाधारण है। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, ताकि आप अपने दिन की हर योजना सही समय पर कर सकें।
आज का पंचांग – दिन (शुक्रवार) तिथि, नक्षत्र, योग और करण
- तिथि: कृष्ण पक्ष सप्तमी – रात्रि 11:49 बजे तक
- नक्षत्र: अश्विनी – सुबह 7:36 बजे तक, तत्पश्चात भरणी
- योग: गण्ड – प्रातः 10:16 बजे तक, तत्पश्चात वृद्धि योग
- करण: विष्टि (भद्र) – दोपहर 12:58 बजे तक, तत्पश्चात बव करण
ज्योतिषीय महत्त्व:
- सप्तमी तिथि में भगवान सूर्य की उपासना और व्रत का विशेष महत्व होता है।
- भरणी नक्षत्र यमदेव से जुड़ा है, जो साहस और अनुशासन का प्रतीक है।
- वृद्धि योग कार्यों में वृद्धि और सफलता का सूचक है।
सूर्य और चन्द्र का समय
- सूर्योदय: प्रातः 5:40 बजे
- सूर्यास्त: सायं 6:55 बजे
- चन्द्रोदय: रात्रि 10:46 बजे
- चन्द्रास्त: प्रातः 11:47 बजे (अगले दिन)
आज के प्रमुख पर्व
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव।
- स्वतंत्रता दिवस: 1947 में आज ही के दिन भारत ने अंग्रेज़ों की गुलामी से मुक्ति पाई।
अशुभ समय (परिहार योग्य)
- राहुकाल: प्रातः 10:55 बजे – 12:31 बजे
- यमगण्ड: अपराह्न 3:43 बजे – 5:19 बजे
- गुलिक काल: प्रातः 7:43 बजे – 9:19 बजे
- दुर मुहूर्त: प्रातः 8:40 बजे – 9:32 बजे, दोपहर 12:56 बजे – 1:48 बजे
- वर्ज्य काल: अपराह्न 4:36 बजे – 6:06 बजे
शुभ समय (पूजा, कार्यारंभ हेतु)
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:05 बजे – 12:56 बजे
- अमृत काल: रात्रि 1:35 बजे – 3:05 बजे (16 अगस्त)
- ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:31 बजे – 5:19 बजे
चौघड़िया (नई दिल्ली )
- चर: 5:50 – 7:29 (सामान्य कार्य)
- लाभ: 7:29 – 9:08 (लाभकारी)
- अमृत: 9:08 – 10:47 (अत्यंत शुभ)
- काल: 10:47 – 12:25 (हानिकारक)
- शुभ: 12:25 – 2:04 (सफलता दायक)
- रोग: 2:04 – 3:43 (हानि)
- उद्वेग: 3:43 – 5:22 (तनाव)
- चर: 5:22 – 7:00 (सामान्य कार्य)
रात्रि का चौघड़िया
रात्रि के समय में शुभ-अशुभ घड़ियों का विशेष महत्व होता है, विशेषकर पूजा, यात्रा या किसी कार्य की शुरुआत के लिए। आज रात 7:00 बजे से 8:19 बजे तक रोग चौघड़िया रहेगा, जो स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए अनुकूल नहीं माना जाता। इसके बाद 8:19 बजे से 9:43 बजे तक काल चौघड़िया आता है, जिसे कार्यारंभ के लिए टालना बेहतर है।
रात 9:43 से 11:07 बजे तक का समय लाभ चौघड़िया है, जो व्यवसाय, निवेश और नए कार्यों के लिए उपयुक्त है। 11:07 बजे से 12:31 बजे तक उद्वेग चौघड़िया रहता है, जिसमें मानसिक तनाव और बाधाओं की संभावना रहती है।
रात्रि 12:31 से 1:55 बजे तक का समय शुभ चौघड़िया है, जो सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ है। इसके बाद 1:55 बजे से 3:19 बजे तक अमृत चौघड़िया आता है, जो अत्यंत शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। 3:19 बजे से 4:43 बजे तक का समय चर चौघड़िया है, जो यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए अच्छा है। अंत में, सुबह 4:43 से 6:07 बजे तक पुनः रोग चौघड़िया रहेगा, जिसे यथासंभव टालना चाहिए।
Janmashtami 15 August 2025 (जन्माष्टमी पूजन का शुभ समय)
हालांकि विभिन्न स्थानों पर समय में थोड़ा अंतर होगा, लेकिन सामान्यतः रात्रि 11:30 बजे से 12:15 बजे तक निशीथ काल में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
ज्योतिषीय विश्लेषण
- ग्रह स्थिति: सूर्य कर्क राशि में और चंद्रमा मेष राशि में है, जो ऊर्जा, उत्साह और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है।
- वृद्धि योग आज कार्यों में उन्नति का संकेत देता है, विशेषकर व्यवसायिक निर्णय लेने के लिए यह समय अनुकूल है।
- भरणी नक्षत्र कठोर परिश्रम और अनुशासन पर बल देता है, अतः इस दिन लिया गया संकल्प दृढ़ता से पूरा होने की संभावना अधिक है।
निष्कर्ष (सारांश)
निष्कर्ष – आज का दिन क्यों खास है?
15 अगस्त 2025 का दिन केवल भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व है, जब पूरा देश भक्ति और उत्साह में डूबा होगा। पंचांग के अनुसार यह दिन नक्षत्रों की अनुकूलता, शुभ चौघड़ियों और विशेष मुहूर्तों से भरा हुआ है। चाहे आप व्रत रख रहे हों, जन्माष्टमी की पूजा कर रहे हों या किसी नए कार्य की शुरुआत की योजना बना रहे हों – आज का दिन आपके लिए मंगलकारी सिद्ध हो सकता है।
इसलिए, समय के इन शुभ-अशुभ संकेतों को ध्यान में रखते हुए अपना दिन प्लान करें और इसे यादगार बना दें।
आज का पंचांग समाप्त