आज का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा है और आज सत्यनारायण व्रत व पूर्णिमा व्रत मनाया जाएगा। इसके साथ ही इस दिन पूर्ण चंद्रग्रहण भी लगेगा, जिससे दिन का धार्मिक और खगोलीय महत्व और बढ़ जाता है। इस दिन विशेष पूजा, दान और स्नान का फल कई गुना बढ़ जाता है।

पंचांग विवरण
- तिथि: भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा (पूरे दिन)
- वार: रविवार
- नक्षत्र: शतभिषा नक्षत्र
- योग: सिद्धि योग
- करण: बव करण
- सूर्योदय: प्रातः 06:14 बजे
- सूर्यास्त: सायं 06:34 बजे
- चंद्र उदय: सायं 06:28 बजे
- चंद्र अस्त: अगली सुबह 06:31 बजे
आज के व्रत एवं पर्व
- सत्यनारायण व्रत
- पूर्णिमा व्रत
- पूर्ण चंद्रग्रहण (19:58 से प्रारंभ – 23:41 मध्यकाल – 01:27 AM समाप्ति)
शुभ और अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: 05:02 PM – 06:34 PM
- यमगंड काल: 12:24 PM – 01:57 PM
- गुलिक काल: 03:29 PM – 05:02 PM
- दुर्ग मुहूर्त: 04:56 PM – 05:45 PM
- अभिजीत मुहूर्त: 12:00 PM – 12:49 PM
- अमृत काल: 02:50 PM – 04:21 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 AM – 05:26 AM
चंद्रग्रहण का प्रभाव
आज का चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान होगा। इस कारण मंदिरों के कपाट ग्रहण काल के दौरान बंद रहेंगे। ग्रहण के समय सूतक काल का पालन करना चाहिए – यानी पूजा-पाठ, भोजन और शुभ कार्यों को रोका जाता है। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान, दान और मंत्र जप का विशेष महत्व होता है।
सारांश
07 सितंबर 2025 का दिन भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा होने के कारण अत्यंत पावन और धार्मिक रूप से विशेष है। आज सत्यनारायण व्रत, पूर्णिमा व्रत और चंद्रग्रहण का योग बन रहा है। शुभ कार्यों के लिए अभिजीत और अमृत मुहूर्त उत्तम रहेंगे, जबकि राहुकाल और यमगंड जैसे समय से बचना आवश्यक है। ग्रहण काल में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और सूतक का पालन करना चाहिए।
निष्कर्ष
आज का पंचांग हमें यह संदेश देता है कि समय का सदुपयोग ही सफलता और पुण्य का मार्ग है। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य कई गुना फल देते हैं जबकि अशुभ समय में कार्य करने से बाधाएं आती हैं। 07 सितंबर 2025 का दिन पूजा, दान और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अत्यंत शुभ है। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान, दान और मंत्र जप करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शांति आती है।
आज का पंचांग समाप्त